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सुरेश जी आपने दुखती रग पर हाथ रख दिया.
वर्मा भाई, आपकी तो रग ही दुःख रही है, हमारा तो अंग-अंग दुःख रहा है.! :) :) :)
:-) सुंदर
मज़ेदार
मारो मारो!!
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सुरेश जी आपने दुखती रग पर हाथ रख दिया.
ReplyDeleteवर्मा भाई, आपकी तो रग ही दुःख रही है, हमारा तो अंग-अंग दुःख रहा है.! :) :) :)
ReplyDelete:-) सुंदर
ReplyDeleteमज़ेदार
ReplyDeleteमारो मारो!!
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