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ha ha ha ha ha ha ha....bahut badhiya dhamaka !!
पापा जी दोस्त के घर था
ha ha ha ha ha
पाश्चात्य सभ्यता का सही चित्रण!
जुते मारो जी इसे, तभी लायक बनेगा, अभी तो नालायको की तरह से खींशे निपोर रहा हे...
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ha ha ha ha ha ha ha....
ReplyDeletebahut badhiya dhamaka !!
पापा जी दोस्त के घर था
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