मशहूर हास्य कवि श्री अलबेला खत्री रांची आ रहे हैं यह खबर मुझे ब्लोगर मित्र श्री ललित शर्मा ने दीऔर उनका मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया ,मैंने अलबेलाजी से संपर्क साधा और कहा -रांची आकर मुझसे बिना मिले चले गए तो नाराज हो जाउंगा, उन्होंने कहा -रांची आकर सोचेंगे , और आज दोपहर उनका फ़ोन आ गया और उन्होंने होटल का पता दिया और मुझसे मिलने को
कहा . एक घंटे बाद मैं उनके सामने था , उन्होंने लपक कर मुझे जोर से गले लगा लिया कुछ इस तरह से जैसे बचपन का बिछड़ा अचानक सामने आ गया हो , इतने
मशहूर कवि छोटे परदे के कलाकार बड़ी हस्ती, फिर भी जरा सा भी अहंकार नहीं कोई बनावटी पन नहीं, मुझे अपने पास बैठाया ,अपनी पूरी टीम से परिचय कराया
चाय-काफी के बीच बहुत सी बाते हुई कुछ ब्लोगर मित्रों की भी चर्चा हुई जैसे ललित शर्मा,अविनाश वाचस्पति ,समीर लालजी , संगीतापुरी, कार्टूनिस्ट इरफ़ान भाई वैगरह. मेरे एक ब्लॉग "ब्लोगर पहचानो पहेली " की उन्होंने दिल से तारीफ़ की !
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अबतक शाम होने लगी थी रात 9 बजे उनके हास्य कवि सम्मेनल में भी शामिल होना है यह सोचकर मैंने उनसे विदा ली आगे का आँखों देखा हास्य कवि सम्मलेन का हाल कल इसी ब्लॉग पर प्रस्तुत करूंगा .
वाह वाह जी, आज तो बड़ा कार्टुन धमाका हो गया। एक की जगह दो-दो......।
ReplyDeleteहोली की बधाई, बढिया मुलाकात रही भाई।
बहुत बढ़िया..खूब जमी होगी जब मिले होंगे दीवाने दो..
ReplyDeleteबहुत सुंदर मुलाकात, लेकिन चित्र साफ़ नही दिख रहे, हमारी राम राम कहे अलबेला जी को, ओर आप को भी राम राम
ReplyDelete'रचना का अलबेला अरमान'
ReplyDeleteहमने इस शीर्षक से एक रचना लिखी अलबेला खत्री जी की प्रतियोगिता में ईनाम पाने के लिए लेकिन वे राँची भाग गए ताकि हमारी सर्वोत्तम रचना पर उन्हें ईनाम न देना पड़ जाए।
हा हा हा SSS
बहुत बहुत बधाई। आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeletebahut achchha laga.albela ji albele hi hain.
ReplyDeleteशर्माना मत
ReplyDeleteखत्री है खतरा नहीं
अलबेला है
नवेला नहीं
ब्लॉगर पुराना है
धुन आना यहीं
धुन सुनाना यहीं
होली धुन का तराना
कवि सम्मेलन की
पूरी रिपोर्ट
कविता में या
कार्टून में ही
दिखलाना।