दोस्तों, नया साल आ रहा है, हम सभी नए साल का स्वागत करते हैं, एक दुसरे को शुभकामनाएं देते हैं, मुझे भी शुभकामनाएं देनी थी, काफी सोचा फिर दिल ने कहा, महंगाई के इस दौर में इससे अच्छी शुभकामना और क्या होगी, सो मैंने दे डाली, अब आपकी टिप्पणियां ही बता सकती हैं कि मेरी बधाई सार्थक है या नहीं ?
4 comments:
कोशिश तो कर रहे हैं भाई
गजब कहा है आपने
http://dafaa512.blogspot.com/
दोस्तों, नया साल आ रहा है, हम सभी नए साल का स्वागत करते हैं, एक दुसरे को
शुभकामनाएं देते हैं, मुझे भी शुभकामनाएं देनी थी, काफी सोचा फिर दिल ने कहा,
महंगाई के इस दौर में इससे अच्छी शुभकामना और क्या होगी, सो मैंने दे डाली,
अब आपकी टिप्पणियां ही बता सकती हैं कि मेरी बधाई सार्थक है या नहीं ?
जुटे हैं भाई..ताकत इक्कठा करने में. :)
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